आजकल के बच्चे
कम नंबर लाने पर
जान देने के बारे में सोचने लगते हैं….
एक हमारा टाइम था…
जब हमारे नंबर देखकर
मास्टरसाहब की इच्छा जान देने की होती थी।
आजकल के बच्चे
कम नंबर लाने पर
जान देने के बारे में सोचने लगते हैं….
एक हमारा टाइम था…
जब हमारे नंबर देखकर
मास्टरसाहब की इच्छा जान देने की होती थी।